भागलपुर। दिल्ली में विजय होने के बाद बीजेपी अब बिहार को साधने में जुट गई है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भागलपुर में कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की 19वीं किस्त जारी की। इस मौके पर उन्होंने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के द्वारा करीब 9.8 करोड़ किसानों के खातों में 22 हजार करोड़ रुपये भेज दिए। इस मौके पर पीएम मोदी ने रैली को संबोधित कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत कर उन्हें हमारे लाडले मुख्यमंत्री कहकर संबोधित किया। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष, विशेष रूप से राजद प्रमुख और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा, जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं, वे कभी भी स्थितियों को नहीं बदल सकते। पीएम मोदी ने कृषि क्षेत्र में किए गए सुधारों को गिनाकर कहा कि पहले किसानों को यूरिया के लिए लाठियां खानी पड़ती थीं और इतना ही नहीं यूरिया की कालाबाजारी होती थी, लेकिन आज किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भी किसानों को खाद की कोई कमी नहीं होने दी गई। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से दिए गए अपने भाषण को याद कर कहा कि विकसित भारत के चार मजबूत स्तंभ हैं: गरीब, किसान, युवा, नारी शक्ति! उन्होंने कहा कि चाहे एनडीए की सरकार केंद्र में हो या बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में, किसान कल्याण हमेशा हमारी प्राथमिकता में रहेगा।
पीएम मोदी और नीतीश का बदला हुआ अंदाज – भागलपुर दौरे के दौरान सोमवार को पीएम मोदी एक अनोखा दिखाई दिया। पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक साथ रोड शो किया, जहां पीएम मोदी जनता का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे, वहीं नीतीश कुमार हाथ जोड़कर उनके साथ खड़े रहे। इस बदले हुए अंदाज ने राजनीतिक हलकों में चर्चाओं को तेज कर दिया है।इस दौरे में पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त जारी की, इससे 10 करोड़ किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर किए गए। इसके अलावा, उन्होंने बिहार की कई विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम में बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे। हालांकि, रोड शो में सिर्फ पीएम मोदी और नीतीश ही नजर आए, जिससे बिहार की जनता को साफ संदेश दिया गया कि आगामी चुनावों में नीतीश की भूमिका अहम रहेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, पीएम मोदी का यह दौरा 2025 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों का हिस्सा है। नए साल में पीएम मोदी का यह पहला बिहार दौरा है, जो बीजेपी की चुनावी रणनीति को लेकर कई संकेत देता है। इतना ही नहीं भागलपुर में पीएम मोदी और नीतीश का संयुक्त रोड शो एनडीए की एकता को दिखाने का मौका है। बिहार बीजेपी भी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि चुनाव से पहले किसी भी तरह की गलतफहमियां न बनें और 2025 का चुनाव मोदी-नीतीश गठबंधन के चेहरे पर लड़ा जाए। वहीं रोड़ शो में पीएम मोदी ने नीतिश को साथ लाकर साफ कर दिया हैं कि बीजेपी बिहार में नीतीश को आगे रखकर ही चुनावी रण में उतरेगी। पीएम मोदी और नीतीश कुमार की यह कैमिस्ट्री एनडीए के भीतर संतुलन बनाए रखने की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।