चंडीगढ़ : पंजाब के उद्योग, वाणिज्य और पूंजी निवेश प्रोत्साहन मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने एक नई पहल करते हुए विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों और उद्यमियों के साथ विशेष बैठक की। बैठक के दौरान उद्योगपतियों और उद्यमियों से इस विषय पर विचार-विमर्श किया गया कि पंजाब के व्यापार और यहां उत्पादित विशेष वस्तुओं को किस प्रकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया जा सकता है। यह बैठक मुख्य रूप से उनके विचार जानने और फीडबैक लेने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। उद्योग भवन में आयोजित बैठक के दौरान सौंद ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य में उद्योगों की तरक्की और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए पंजाब सरकार तेज़ी से ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि विभिन्न औद्योगिक संघों, चैंबर्स, उद्यमियों और उद्योगपतियों को आमंत्रित कर उनके सुझाव लिए जा रहे हैं ताकि व्यापार की उन्नति सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा कि पंजाब की तरक्की तभी संभव है जब यहां के उद्योग और व्यापार फलेंगे-फूलेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब में कई ऐसे उत्पाद बनाए जाते हैं जिन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक खास पहचान मिल सकती है। पंजाब की फुलकारी, पंजाबी जूती, साइकिल उद्योग और कई तरह के खाद्य उत्पादों को उचित मार्केटिंग के माध्यम से वैश्विक स्तर पर पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य में उद्योगों के विकास के लिए पंजाब सरकार हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।इस मौके पर उद्योगपतियों ने स्थानीय व्यापार और उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के लिए ठोस नीति बनाने की जरूरत पर बल दिया।
उन्होंने सुझाव दिया कि बेहतर मार्केटिंग और विश्व स्तरीय प्रदर्शनी केंद्र खोलने से पंजाब के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जा सकती है। साथ ही, ऑनलाइन बिक्री को भी बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। उद्योगों की समृद्धि के लिए इस बैठक में कई अन्य सुझाव भी दिए गए। उद्योग मंत्री ने सभी सुझावों को खुद नोट किया और आश्वासन दिया कि इन पर मुख्यमंत्री और संबंधित विभागों के साथ विचार-विमर्श कर सार्थक परिणाम सुनिश्चित किए जाएंगे।बैठक में उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तेजवीर सिंह, इन्वेस्ट पंजाब के सीईओ अमित ढाका, पीएसआईईसी के एमडी वरिंदर कुमार शर्मा, पंजाब विकास कमिशन के वाईस चेयरपर्सन सीमा बंसल एव मेंबर वैभव माहेश्वरी, उद्योग विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न औद्योगिक संघों, चैंबर्स के प्रतिनिधि और प्रतिष्ठित उद्योगपति उपस्थित थे।