नई दिल्ली । दिल्ली में सत्ता गंवाने वाली आप सरकार को निगम में भी एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। चुनाव से पहले करीब आठ पार्षदों ने आम आमदी पार्टी (आप) छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था, अब नतीजों के बाद आप पार्षदों का टूटना जारी हो गया है। साथ ही भाजपा के संपर्क में करीब 20 पार्षद हैं। इसी बीच केजरीवाल से सपने में डांट खाने की बात कर पहले आप से भाजपा में और फिर भाजपा से आप में जाने वाले शाहबाद डेयरी से पार्षद रामचंद्र एक बार फिर भाजपाई हो गए हैं। भाजपा में आने के बाद उन्होंने केजरीवाल को सपने में झूठा आश्वासन देने वाला नेता करार दिया है।
रामचंद्र अधिकारिक तौर पर भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन सदन की बैठक में वह भाजपा के पार्षदों के साथ बैठे नजर आए। कुछ आप पार्षदों ने हाथ पकड़कर खींचकर उन्हें अपने पाले में बैठाने की कोशिश भी की, लेकिन वह अडिग रहे और भाजपा पार्षदों के साथ बैठे रहे। पिछले वर्ष वार्ड कमेटी के चुनाव से पहले रामचंद्र आप के उन पांच पार्षदों के साथ भाजपा में आए थे, जिनसे भाजपा जोन का वार्ड कमेटी का चुनाव जीत गई। लेकिन, कुछ दिन बाद ही रामचंद्र ने यह कहते हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की उपस्थिति में आप में वापसी कर ली थी कि उन्हें केजरीवाल ने सपने में आकर डांट लगाई और भाजपा में जाने को गलत बताया।