HomeHealth & Fitnessरोजाना पैदल चलने से मिलते हैं कई तरह के फायदे

रोजाना पैदल चलने से मिलते हैं कई तरह के फायदे

Health Time : पैदल चलना एक ऐसी दवा है, जो बहुत सी बीमारियों को पास फटकने भी देती और साथ ही खुद को बेहतर फील कराने के साथ शरीर पर चर्बी और मोटापा भी नहीं चढ़ने देती। स्वीडन की यूनिवर्सिटी ऑफ काल्मर में 14 रिसर्चर्स ने एक स्टडी में यह साबित किया है पैदल चलने के कितने फायदे हैं और ये भी बताया कि किस उम्र के व्यक्ति को कितने कदम रोज चलना चाहिए।अगर उम्र के हिसाब से इतने कदम रोज चलें तो ना केवल वजन कंट्रोल किया जा सकता है बल्कि कई लाइफस्टाइल संबंधी बीमारियों को काबू में लाया जा सकता है। मसलन वजन बढ़ना और इसके साथ ही हार्टडिजीज, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेसर जैसी बीमारियां नई जीवनशैली के कारण ज्यादा पैदा हो रही हैं। पैदल चलने से इनमें कई तरह के फायदे मिलते हैं।

इसी रिसर्च के आधार पर यहां हम आपको बता सकते हैं कि चाहे उम्र कितनी भी हो लेकिन पैदल चलना तो आदत में डाल ही लेना चाहिए। वो बहुत फायदेमंद है। जैसे 06 साल से 17 साल के बच्चों को तो खूब पैदल चलना चाहिए और खेलना कूदना चाहिए। दौड़ना चाहिए। उन्हें एक दिन में 15000 स्टेप्स जरूर लेना चाहिए। लड़कियां 12,000 कदम चलें तो अच्छा रहेगा। 18-40 वर्ष के पुरुषों को 12,000 कदम चलना चाहिए। वो चाहें तो सुबह शाम पार्क पर वाक करें या पैदल ही आसपास जाने की आदत डाल लें। 40-45 साल की महिलाओं को भी आमतौर पर शिकायत होने लगती है कि उनका वजन तेजी से बढ़ रहा है साथ ही शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगते हैं। उन्हें भी स्वस्थ रहने और वजन को काबू में रखने के लिए रोजाना 11,000 कदमों का अभ्यास जरूर करना चाहिए। ये ख्याल रखें चलने का मतलब है सुस्ती के साथ चलना नहीं बल्कि जोश और तेजी से पैरों को बढ़ाना।

50 साल से ऊपर के पुरुष एनर्जी के तौर पर और ढीला फील करते हैं। ऐसे में खुश रहने के अलावा अगर वो 11,000 कदम रोज चलें तो ये एक तरह से उनके लिए कंपलीट टॉनिक जैसा होता है।50-60 साल की महिलाओं को 10,000 कदम रोज चलना बेहतर रहेगा। ऐसा नहीं है कि 60 साल से ऊपर वालों को पैदल चलना छोड़ देना चाहिए। बल्कि हकीकत तो ये है कि इस उम्र में रोजाना की वॉक आपको और ताजगी और एनर्जी देती है,। जीने को लेकर एक सकारात्मक फीलिंग भी। अगर आप 60 के ऊपर हो रहे हों तो 8,000 स्टेप्स जरूर चलें। माना जाता है कि आपको 30-40 मिनट पैदल तो रोज जरूर चलना चाहिए। व्यस्क होने के बाद शरीर का मेटाबॉलिज्म बदलता है। एनर्जी कुछ कम होने लगती है। हमें थकान और जीवनशैली की बीमारियां इसी दौर से शिकार बनाने लगती हैं। ऐसे में भी पैदल चलना फायदा देता है।

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