नई दिल्ली : हरियाणा चुनाव नतीजों ने कांग्रेस को जोरदार झटका दिया। राजनीति जानकारों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि बीजेपी हैट्रिक लगेगी। हरियाणा चुनाव के बाद अब महाराष्ट्र में बीजेपी ने टिकट बंटवारे को लेकर खास रणनीति अपनाई है। इस रणनीति खुद गृहमंत्री अमित शाह की निगरानी में अंजाम दिया जा रहा है। इस रणनीति में पुणे, मुंबई और विदर्भ पर ज्यादा फोकस है। यहां की 30 से ज्यादा सीटें जहां महाविकास अघाड़ी के बीच बड़ा मतभेद है, वहां महायुति द्वारा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा सबसे पहले की जाएगी। शाह का प्लान यहां सबसे मजबूत उम्मीदवारों को उतारने का है।
मुंबई की 6, पुणे 3 और विदर्भ में 5 सीटें इनमें सबसे अहम हैं। मुंबई की आधा दर्जन अल्पसंख्यक बाहुल्य सीटों पर जहां कांग्रेस और शिवसेना दोनों अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं, इसका फायदा उठाने महायुति काम कर रही है। हरियाणा चुनाव नतीजों के बाद महायुति उम्मीद्वारों का फीडबैक महाराष्ट्र की हर विधानसभा सीट से लिया जा रहा है। गठबंधन से कोई बागी न हो मैदान में इसके लिए वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।मराठा समुदाय और ओबीसी समुदाय के बीच सामंजस्य, बागी उम्मीद्वारों को मनाना के लिए खास रणनीति तैयार की जा रही है।
महायुति टिकट बंटवारे में ओबीसी और मराठा समुदाय के बीच सामंजस्य बैठाया जाएगा। दोनों समुदाय के लोगों को बराबरी के अनुपात से टिकट दिया जाएगा। टिकट फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया गया है। अमित शाह इस रणनीति को अंमाम दे रहे हैं। महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने ओबीसी को बड़ा तोहफा देने की तैयारी भी है। सरकार ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर के लिए आय सीमा बढ़ाएगी। इस प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट ने मंजूरी के बाद केंद्र को भेज दिया है।