चंडीगढ़- हरियाणा में धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में हर वर्ष की भांति इस बार भी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को भव्य रूप से मनाया जाएगा। 28 नवंबर से 15 दिसंबर 2024 तक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। वर्ष 2016 से हरियाणा सरकार ने गीता महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत की है, तब से ही हरियाणा का नाम देश-विदेश में विख्यात हुआ है। हर वर्ष किसी न किसी देश में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाता है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जो कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं, आज यहां अपने निवास स्थान संत कबीर कुटीर में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल तथा गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज भी उपस्थित रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में तंजानियां को पार्टनर देश तथा ओडिशा होगा पार्टनर राज्य होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि समारोह के दौरान शहर में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि देश-विदेश से आने वाले आगंतुकों को किसी भी प्रकार की अव्यवस्था का सामना न करना पड़े। इस कार्य में कुरुक्षेत्र जिला की सामाजिक, धार्मिक संस्थानों और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन व युवाओं को जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर में दिव्य कुरुक्षेत्र नाम से स्वच्छता का एक विशेष अभियान चलाया जाए, जिसमें वह स्वयं भी हिस्सा लेंगे।
मुख्य कार्यक्रम 5 से 11 दिसंबर तक होंगे, 11 दिसंबर को होगा महापर्व – बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि इस वर्ष गीता जयंती का महापर्व 11 दिसंबर 2024 को होगा। महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 5 दिसंबर से 11 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा जिला स्तर पर गीता महोत्सव कार्यक्रम जिला मुख्यालयों पर 9 नवंबर से 11 दिसंबर तक होंगे। इस बात की भी जानकारी दी गई कि कार्यक्रम को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी लोकप्रिय बनाने की पहल की गई है। सूचना, लोकसपंर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा यू-ट्यूब चैनल पर गीता में मेरा पसंदीदा श्लोक (माई फेवरेट श्लोक इन गीता) थीम से प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाएगा। प्रतिभागियों द्वारा भेजे गए सबसे अधिक लाइक किए जाने वाले वीडियो को महोत्सव के समापन समारोह पर 1 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
बैठक में मुख्यमंत्री को इस बात की भी जानकारी दी गई कि भारत के चार प्रसिद्ध प्रमुख धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी तथा लाइव प्रसार दिखाया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के वृंदावन, गुजरात का द्वारका, कर्नाटक का उडूपी तथा ओडिशा का धार्मिक स्थल होगा। बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, सूचना, जन संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक के मकरंद पांडुरंग, कुरुक्षेत्र के उपायुक्त राजेश जोगपाल, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज, विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार पवन चौधरी, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा तथा बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद रहे।