एसएएस नगर/चंडीगढ़ : पंजाब के रक्षा सेवाएं कल्याण, स्वतंत्रता सेनानी और बागवानी विभाग के मंत्री मोहिंदर भगत ने कहा कि भगवंत मान सरकार पूर्व सैनिकों की सुविधा के लिए राज्य भर में जिला रक्षा सेवाएं कल्याण कार्यालयों को मजबूत करेगी। मोहाली के फेज 10 स्थित सैनिक सदन (जिला रक्षा सेवाएं कल्याण कार्यालय) के अपने पहले दौरे के दौरान मीडिया और पूर्व सैनिकों से बातचीत के दौरान मंत्री ने कहा कि इस दौरे का उद्देश्य जिला रक्षा सेवाएँ कल्याण कार्यालयों द्वारा दी जा रही मौजूदा व्यवस्था और सुविधाओं का जायजा लेना है ताकि कमियों को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि ये कार्यालय पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों का बहुत अच्छे से ख्याल रख रहे हैं, उन्हें सभी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर उनकी मांगों को राज्य के समक्ष उठा रहे हैं।
जिले के अपने पहले दौरे के दौरान पुलिस टुकड़ी से गार्ड ऑफ ऑनर प्राप्त करने के बाद उन्होंने सैनिक सदन में 1965 के कारगिल नायक महावीर चक्र मेजर बलजीत सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम और रक्षा बलों के शहीदों का देश के प्रत्येक नागरिक के मन में बहुत सम्मान है और हमें राष्ट्र के लिए उनके अद्वितीय पराक्रम और बलिदान के लिए उनके परिवारों का ख्याल रखना चाहिए। पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और सैन्य कर्मियों के पारिवारिक सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए, मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार उन्हें किसी भी तरह की समस्या नहीं आने देगी और उन्हें सबसे सम्मानित व्यक्ति माना जाएगा। उन्होंने कहा कि एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि को राज्य सरकार द्वारा रक्षा बलों के शहीदों के परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि है।
आश्रितों की दिवियांग पेंशन में असमानता और पारिवारिक पेंशन की मंजूरी तक युद्ध विधवाओं के लिए एकमुश्त मानदेय की आवश्यकता पर आश्वासन देते हुए, मंत्री ने कहा कि असंतुलन को दूर किया जाएगा और मानदेय की एकमुश्त राशि देने का मामला राज्य सरकार के विचाराधीन है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यहां उठाए गए भारत सरकार से संबंधित मुद्दों को भी उनके शीघ्र निपटान के लिए केंद्र सरकार के साथ उठाया जाएगा।मंत्री ने जिला रक्षा सेवा कल्याण कार्यालय मोहाली द्वारा संचालित सैनिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के मेधावी छात्रों गुरसिमरन कौर, दिव्यांशी नेगी, पुलकित और प्रतिभा को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों के परिवारों के बच्चों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा और पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों में ऐसे नौ संस्थान चलाए जा रहे हैं। जिला रक्षा सेवा कल्याण अधिकारी सरबजीत सिंह ने बताया कि अब तक संस्थान से 1107 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं और उनका रिकॉर्ड अच्छा है। वर्तमान में यहां 120 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं।
जिले में लगभग 1800 सैन्य अधिकारी, 11000 भूतपूर्व सैनिक, भूतपूर्व सैनिकों की 5724 विधवाएं, 48 वीर नारियां और 136 वीरता पुरस्कार विजेता हैं।रक्षा सेवा कल्याण सेवाएं विभाग, पंजाब के निदेशक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत) भूपिंदर सिंह ढिल्लों ने सैनिक सदन मोहाली में मंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और जिला कार्यालयों में दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह (कीर्ति चक्र) की पत्नी भी समारोह में उपस्थित थीं और उन्होंने मंत्री से बातचीत की। मंत्री ने उन्हें राज्य की ओर से लंबित सभी दायित्वों का जल्द ही निर्वहन करने का आश्वासन दिया। उन्होंने रक्षा सेवा कल्याण विभाग के निदेशक और एडीसी (ज) विराज एस तिड़के को परिवार की मांगों पर कार्रवाई कर उन्हें समय पर पूरा करने के लिए कहा। इस अवसर पर एडीसी (ज) विराज एस तिड़के और एसडीएम दमनदीप कौर भी मौजूद थे।