चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद और वरिष्ठ प्रवक्ता गुरमीत सिंह मीत हेयर (Gurmeet Singh Meet Hair) ने राज्य की खेल संस्कृति को सफलतापूर्वक पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से नई खेल नीति लागू करने के लिए मान सरकार की प्रशंसा की। मीत हेयर ने कहा कि नई खेल नीति और ‘खेडां वतन पंजाब दियां’ जैसे टूर्नामेंट का मुख्य उद्देश्य पंजाब को खेल के क्षेत्र में फिर से नंबर वन राज्य बनाना है। शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में वरिष्ठ प्रवक्ता नील गर्ग के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए हेयर ने कहा कि वर्तमान में तीसरा खेडां वतन पंजाब दियां चल रहा है। इस वर्ष तीन नए खेल- साइकिलिंग, बेसबॉल और तायक्वोंडो शुरू किए गए हैं। साथ ही पहली बार पैरा-एथलेटिक्स, पैरा-पावरलिफ्टिंग और पैरा-बैडमिंटन को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि हर साल इस आयोजन का विस्तार हो रहा है, अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं और अधिक खेल जुड़ रहे हैं। पहले, आठ आयु वर्ग थे, लेकिन इस बार, 70 की उम्र से ज्यादा आयु वर्ग को भी जोड़ा गया है, जिससे कुल मिलाकर नौ आयु वर्ग हो गए हैं।
हेयर ने बताया कि नकद पुरस्कार, जो पहले 40 वर्ष तक के आयु वर्ग को दिए जाते थे, अब 70 और 70 से ज्यादा आयु वर्ग के विजेताओं को भी दिए जाएंगे। 40 वर्ष की आयु तक के पदक विजेताओं को कुल लगभग 9 करोड़ रु का नकद पुरस्कार मिलेगा, जबकि 40 से ज्यादा उम्र के श्रेणियों में 1,221 पदक विजेता नकद पुरस्कार में कुछ 90 लाख रुपए वितरित होंगे। आप नेता ने मीडिया को स्पोर्ट्स मेडिसिन कैडर के बारे में भी जानकारी दी और बताया कि पंजाब इस तरह का कैडर स्थापित करने वाला पहला राज्य बनने जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस कैडर में 113 सदस्य होंगे, जिसमें ग्रुप ए और बी प्रत्येक में 16 पद, ग्रुप सी में 80 पद और ग्रुप डी में एक पद होगा। हेयर ने कहा कि किसी अन्य राज्य के पास समर्पित खेल चिकित्सा कैडर नहीं है। वे आम तौर पर लोगों को अनुबंध के आधार पर नियुक्त करते हैं या ऐसी सुविधाओं का पूरी तरह अभाव होता है। इसलिए पंजाब सरकार ने आधिकारिक तौर पर एक संगठित स्पोर्ट्स मेडिसिन कैडर के गठन की घोषणा की है।
हेयर ने आगे कहा कि नई खेल नीति पंजाब में लागू की जा रही है और जल्द ही इसकी सफलता दिखाई देगी। इस नीति के अनुसार पंजाब के सभी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को नौकरी की गारंटी दी जाएगी। जो खिलाड़ी 1 जनवरी 2016 से सक्रिय हैं, वे इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि मान सरकार उन खिलाड़ियों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है जिनकी अकाली और कांग्रेस शासन के दौरान उपेक्षा की गई थी। इसके अतिरिक्त पंजाब में स्थानीय प्रतिभा और खेलों की लोकप्रियता के आधार पर खेल नर्सरियां विकसित की जा रही हैं। मालवा क्षेत्र में पहली बार एस्ट्रोटर्फ लगाए जा रहे हैं और इन नर्सरियों के लिए कोच और अन्य स्टाफ की भी भर्ती की जा रही है।
आप सांसद ने कहा कि पंजाब की मान सरकार ने अप्रैल 2022 से लेकर अब तक 88 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया है। खिलाड़ियों को खेडां वतन पंजाब दियां में पुरस्कार राशि 2022 में 6.85 करोड़ था जो अब बढ़कर 8.87 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं पंजाब के पेरिस ओलंपियनों को 12.50 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा 2023 एशियाई खेलों, 2022 राष्ट्रमंडल खेलों और राष्ट्रीय आयोजनों के खिलाड़ियों को भी नकद पुरस्कार मिले। मीत हेयर ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि पंजाब प्रतियोगिताओं से पहले खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में सबसे आगे है। इससे खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद मिलती है। सरकार ने पंजाब के ओलंपिक एथलीटों और पैरा-ओलंपियनों को भी 25 लाख रुपये देकर सम्मानित किया।