नंगल : पंजाब के सरकारी स्कूलों में तेजी से सुधार लाने में माता-पिता से मिली फीडबैक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।यह प्रगटावा पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज यहां स्कूल ऑफ एमिनेंस नंगल में माता-पिता-शिक्षक मीटिंग कार्यक्रम में भाग लेते हुए किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा को विशेष प्राथमिकता के क्षेत्र के रूप में रखा है। इसलिए हमारी सरकार ने शिक्षा विभाग में पहले दिन से ही सकारात्मक काम शुरू कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यां की सही फीडबैक हासिल करने के उद्देश्य से माता-पिता-शिक्षक मीटिंग शुरू करने का फैसला लिया गया था, जिसने पंजाब के सरकारी स्कूलों में सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि माता-पिता-शिक्षक मीटिंग कार्यक्रम के माध्यम से हमारे सरकारी स्कूलों के छात्रों का मनोबल बढ़ा है और साथ ही शिक्षकों के साथ-साथ माता-पिता की भी भागीदारी बढ़ी है।स. बैंस ने बताया कि इन मीटिंग्स के दौरान हमें कई महत्वपूर्ण सुझाव माता-पिता से प्राप्त हुए हैं, जिन्हें लागू करने से माता-पिता और शिक्षकों में खुशी की लहर है। उन्होंने बताया कि आज मैंने कई शिक्षकों के साथ भी माता-पिता-शिक्षक मीटिंग कार्यक्रम के संबंध में बातचीत की, जिसमें ज़िला श्री मुक्तसर साहिब के सरकारी हाई स्कूल घग्गा के हेड मास्टर महिंदर चौधरी ने बताया कि इस मेगा माता-पिता-शिक्षक मीटिंग से बच्चों के माता-पिता की भागीदारी में अच्छा इजाफा हुआ है, जिससे छात्रों की पढ़ाई के साथ-साथ उनकी व्यक्तित्व में भी निखार सामने आ रहा है।
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल भो भोगीवाल, ज़िला मलेरकोटला के सामाजिक शिक्षा शिक्षक मोहम्मद खलील ने बताया कि माता-पिता-शिक्षक मीटिंग ने छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, क्योंकि इस मीटिंग के दौरान हम छात्रों की अच्छाइयों के बारे में माता-पिता को अवगत कराते हैं और साथ ही बच्चों की कमियों के बारे में भी चर्चा करते हैं, जिससे माता-पिता और शिक्षक मिलकर इन कमियों को दूर करने में सहायक साबित हो रहे हैं।इसके अलावा, शिक्षक को बच्चे की रुचियों के बारे में भी पता चलता है, जिससे वह बच्चे के भविष्य को सहजता से अंदाजा लगाकर उसकी रुचि के अनुसार उसके व्यक्तित्व को निखारने पर ध्यान दे पाते हैं।
सरकारी प्राइमरी स्कूल मानकपुर शरीफ के शिक्षक हरजिंदर सिंह राजल ने बताया कि माता-पिता-शिक्षक मीटिंग के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पहले छात्रों के माता-पिता के साथ शिक्षकों की मीटिंग बहुत कम होती थी, सिर्फ कुछ छात्रों के माता-पिता ही स्कूल में आकर अपने बच्चों की प्रदर्शन के बारे में जानकारी प्राप्त करते थे, लेकिन भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार द्वारा जब से मेगा पी.टी.एम. शुरू की है, तब से माता-पिता की भागीदारी में काफी इजाफा हुआ है, जिससे छात्रों की व्यक्तित्व में निखार आया है और परिणाम भी बेहतर आने लगे हैं।
फिरोज़पुर ज़िले के सरकारी मिडल स्कूल लोहगढ़ के एस.एस. मास्टर ईश्वर शर्मा ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए माता-पिता-शिक्षक मीटिंग कार्यक्रम के लिए माता-पिता में बहुत उत्साह है। उन्होंने बताया कि निश्चित रूप से आज सुबह माता-पिता-शिक्षक मीटिंग कार्यक्रम का समय सुबह 9:00 बजे था, लेकिन माता-पिता 8:30 बजे ही स्कूल पहुंचने लगे थे। फाज़िल्का ज़िले के स्कूल ऑफ एमिनेंस रामसारा की प्रिंसिपल नवजोत खैहिरा ने बताया कि माता-पिता ने माता-पिता-शिक्षक मीटिंग में पहले से ज्यादा भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस मीटिंग के दौरान बिजनेस ब्लास्टर योजना के बारे में माता-पिता ने बहुत दिलचस्पी दिखाई और शिक्षकों से कहा कि उनके बच्चों को भी इस योजना में शामिल किया जाए।