नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में सप्ताह भर चलने वाले विशिष्ट कार्यक्रम ‘संकल्प सप्ताह’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम आजाद भारत की शीर्ष 10 योजनाओं में गिना जाएगा। पीएम ने कहा कि पहले सरकार जब घर बनाने का कार्यक्रम करती थी तो एक मॉडल बनाती थी। हमने आकर इसे बदला कि स्थानीय लोग जिन चीजों का उपयोग करते हैं, स्थानीय जो डिजाइन होती हैं वैसे ही पीएम आवास बनना चाहिए और पैसे ऑनर को दे दिए जाएं। पीएम ने कहा कि आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम में ब्लॉक पंचायतों की बहुत बड़ी भूमिका होती है। जब हर ग्राम पंचायत काम तेजी से करेगी तो ही हर ब्लॉक का विकास तेजी से होगा। जो लोग इस मिशन से जुड़े हैं, मैं सभी लोगों को बधाई देता हूं, धन्यवाद देता हूं। यह कार्यक्रम 3 अक्टूबर से शुरू होकर 9 अक्टूबर तक चलेगा।
गौरतलब है कि इस राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की शुरुआत पीएम मोदी ने 7 जनवरी, 2023 को की थी। इसका उद्देश्य नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए ब्लॉक स्तर पर प्रशासन में सुधार करना है। ‘संकल्प सप्ताह’ कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकसित भारत की एक प्रमुख शर्त है कि हमारे देश के बच्चों की उत्कृष्ठ शिक्षा हो। मैं कठोर परिश्रम करने वाले और समर्पित भाव से शिक्षा के लिए जीवन जीने वाले सभी शिक्षक साथियों का अभिनंदन करता हूं और धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि देश में 200 करोड़ से ज्यादा कोविड वैक्सीन की डोज दी गई हैं। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि पशुओं में जो ‘खुर पका, मुंह पका’ बीमारी है, उसके लिए मुफ्त में बहुत बड़ा वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा है और पशुओं के लिए यह बहुत अनिवार्य भी है।
इस कार्यक्रम को देश के 329 जिलों के 500 आकांक्षी ब्लॉकों में लागू किया जा रहा है। ‘संकल्प सप्ताह’ का प्रत्येक दिन एक विशिष्ट विकास विषय को समर्पित होगा, जिस पर सभी 500 आकांक्षी ब्लॉक काम करेंगे। देश के अलग-अलग राज्यों से आए हस्तशिल्पियों और कारीगरों ने प्रगति मैदान स्थित अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगा रखी थी। प्रधानमंत्री एक-एक करके सभी स्टॉलों पर गए, वहां रखी कलाकृतियों और उत्पादों को देखा, इन्हें बनाने वालों से बातचीत की। इसके बाद वह मुख्य कार्यक्रम में पहुंचे। ‘संकल्प सप्ताह’ के शुभारंभ कार्यक्रम में केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे।