चंडीगढ़ : पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Punjab Education Minister Harjot Singh Bains) ने राष्ट्रीय शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर शिक्षक समुदाय को दिल से शुभकामनाएं दीं और उनसे अपील की कि वे छात्रों में अनुशासन, ईमानदारी, नैतिकता, समर्पण और अच्छे आचरण जैसे उत्तम गुणों को विकसित करने के लिए हर संभव प्रयास करें, ताकि हमारे छात्र समाज के आदर्श नागरिक बन सकें। यहां जारी एक संदेश में स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह शानदार दिन विभिन्न क्षेत्रों विशेष रूप से शिक्षा प्रणाली में बेहतरीन सुधार करने में अहम योगदान देने वाले महान विद्वान, राजनेता और महान दार्शनिक, भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर आता है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि शिक्षक छात्रों में अनुशासन पैदा करने और उन्हें उनके-अपने क्षेत्रों में काबिल बनाने के लिए शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण सेवा निभाते हैं। शिक्षकों की महत्ता इस तथ्य से उजागर होती है कि उन्हें माता-पिता के बाद का स्थान दिया गया है।भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर के अनुसार, “शिक्षा वह है जो व्यक्ति को निडर बनाती है, उसे एकता का पाठ पढ़ाती है, उसे उसके अधिकारों के प्रति जागरूक करती है और उसे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित करती है।”
इसी तरह, भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के बोल , “शिक्षण एक बहुत ही उत्तम पेशा है जो किसी व्यक्ति के चरित्र, योग्यता और भविष्य को आकार देता है,” बैंस ने भविष्य के लिए छात्रों को सकारात्मक दिशा देने और शिक्षा के माध्यम से नैतिक मूल्यों का संचार करने में शिक्षकों के कार्य की भूमिका की सराहना भी की।शिक्षकों को छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना और नैतिक मूल्यों को उत्पन्न कर विशेष रूप से समाज के पिछड़े वर्गों के छात्रों का भविष्य बदलने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करते हुए, बैंस ने कहा कि शिक्षक हमारे देश के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने और समय-समय पर आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करने के लिए छात्रों के रोल मॉडल होते हैं।