HomeNationalकहीं खुशी तो कहीं गम देकर गया चक्रवात दाना

कहीं खुशी तो कहीं गम देकर गया चक्रवात दाना

नई दिल्ली : चक्रवात दाना का असर खत्म हो गया है। जाते जाते कहीं खुशी तो कहीं गम देकर गया है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तेज हवाओं के कारण जहां बिजली के पोल उखड़ गए तो कुछ घरों को भी नुकसान हुआ है। जबकि केरल के लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसी बीच दिल्ली से राहत भरी खबर आ रही है। माना जा रहा है कि चक्रवात दाना के कारण दिल्ली को जहरीली हवा से काफी हद तक मुक्ति मिली है। और दिल्ली खुशी से झूम उठी है।दिल्ली में वायु गुणवत्ता में पिछले दो दिनों में सुधार देखने को मिला है। शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 255 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ से ‘खराब’ श्रेणी में है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में एक्यूआई अभी भी ‘बहुत खराब’ है। इसके साथ ही, तेज हवाओं के चलते दिल्ली की हवा की गुणवत्ता भी बेहतर हुई है।

यह बदलाव न केवल मौसम में सुधार लाने में सहायक रहा है, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में वायु प्रदूषण के प्रमुख प्रदूषक पीएम10 और ओ3 हैं। परिवहन क्षेत्र इस प्रदूषण में सबसे बड़ा योगदान दे रहा है, जिससे वायु गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। परिवहन से होने वाले उत्सर्जन का योगदान शनिवार को 14.8 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 110.6 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है। इस प्रकार, चक्रवात ‘दाना’ के प्रभाव से राहत मिलने के बावजूद, मौसम और वायु गुणवत्ता की स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

24 घंटे में 152.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज – चक्रवात ‘दाना’ के प्रभाव से बारिश रुकने के बाद कई इलाकों से पानी कम होने से लोगों को राहत मिली है। शनिवार सुबह साढ़े छह बजे तक कोलकाता में 24 घंटे में 152.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।चक्रवात ने ओडिशा के केंद्रपाड़ा और भद्रक जिले में करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ दस्तक दी। इससे पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, जिससे बुनियादी ढांचे और फसलों को गंभीर नुकसान हुआ।पश्चिम बंगाल में चक्रवात से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हुई है।

कोलकाता में स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन कुछ जिलों में जलभराव बना हुआ है, जिससे फसलें भी प्रभावित हुई हैं। आईएमडी ने पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर और झारग्राम जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है।मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है। अगले सप्ताह में किसी बड़ी मौसमी गतिविधि की संभावना नहीं है, जिससे स्थिति स्थिर रहने की संभावना है। हवा की दिशा में बदलाव और गति में वृद्धि भी इस सुधार में योगदान कर सकती है, जिससे प्रदूषण स्तर में कमी आने की संभावना है। इस दौरान, लोग अपेक्षाकृत बेहतर वायु गुणवत्ता का अनुभव कर सकते हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments