HomeHealth & Fitnessमांसपेशियों के दर्द से ऐसे मिलेगी राहत

मांसपेशियों के दर्द से ऐसे मिलेगी राहत

Health Time :  मांसपेशियों में अचानक से बल पड़ने से ऐंठन और दर्द शुरु हो जाती है। इसके ठीक होने में आमतौर पर कुछ ही समय लगता है, लेकिन इस दौरान होने वाला दर्द काफी तेज और असहनीय हो सकता है। मांसपेशियों में ऐंठन अक्सर स्वास्थ्य और पोषण की कमी का एक संकेत भी होता है। जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स, कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की कमी। विभिन्न कारकों के कारण ऐंठन के कई प्रकार होते हैं। ज्यादातर यह समस्या पैरों में होती है, हालांकि इन तरीकों की मदद से मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या से बचा जा सकता है।

ज्यादा पानी पियें – शरीर में पानी की कमी ना होने दें। शरीर में पानी की कमी से भी पैर की उंगलियों सहित कई अंगों की मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है। खासतौर पर व्यायाम के समय जब पसीना बहुत ज्यादा बहता है, तब खूब पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें। जब शरीर में पानी की कमी होती है तो अत्यधिक इलेक्ट्रोलाइट्स के कारण मांसपेशियों में ऐंठन होती है। वहीं दूसरी और यदि शरीर ज्यादा हाइड्रेट हो जाए तो भी इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी के कारण मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है। इसलिए हाइड्रेशन को संतुलित रखें। इसके लिए छोटे व्यायाम सत्र में थोड़ा-थोड़ा कर पानी पियें और लंबे व्यायाम सत्र के दौरान स्पोर्टस ड्रिक उपयुक्त होता है। आपको दिन में भी थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहने की आदत डालनी चाहिये, खासतौर पर सोने से पहले क्योंकि सोते समय शरीर काफी तरल खोता है।

मिनरल्स की कमी ना होने दें – शरीर में मिनरल्स की कमी बिल्कुल न होने दें। मांसपेशियों में ऐंठन या अचानक दर्द मिनरल्स कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की वजह से होता है। इसलिए हमें रोज जरुरत के हिसाब से कैल्शियम के 1000 मिलीग्राम और पोटेशियम की 4.7 ग्राम मात्रा लेनी चाहिए। विशेषकर मैग्नीशियम 400-420 मिलीग्राम पुरुषों के लिए और 310-320 मिलीग्राम महिलाओं के लिए आवश्यक होता है। केलों में उच्च मात्रा में पोटेशियम होता है, साथ ही कच्चे एवकाडो, भुने आलू, पालक और वसा मुक्त या स्किम्ड दूध भी इसके अच्छे श्रोत होते हैं। आप इन्हें भी अपनी डाइट में शामिल कर सकतें हैं। साथ ही पोटेशियम और कैल्शियम का भी सेवन करें। दोनों मिनरल्स शरीर में तरल पदार्थ बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इसके लिए पोटेशियम से भरपूर भोजन, जैसे केला, अंडा, और मछली और कैल्शियम के लिए फैट फ्री दूध या दही का सेवन करें।

मालिश करें – शरीर की मालिश करें (खासतौर पर पैरों की)। पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन होने पर उन्हें गर्म पानी में भिगोयें। मालिश करने से शरीर का रक्त संचार अच्छा होता है। ये मांसपेशियों में ऐंठन से बचने के एक कारगर और आसान तरीका है। इससे शरीर की मांसपेशियों को आराम मिलता है और ऐंठन की संभावना कम हो जाती है। मालिश के लिए आप कोई भी तेल प्रयोग कर सकते हैं।

व्यायाम और स्ट्रेच करें – हर दिना व्यायाम करें। दिन में रोज़ पैरों और शरीर की स्ट्रेचिंग करें। इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और ऐंठन होने की संभावना भी कम होती है। अगर पैर में ऐंठन रात के समय हो तो पैरों को धीरे से स्ट्रेच करें। इससे आपके पैरों में रक्त संचार अच्छा होता है और मांसपेशियों में ऐंठन नहीं होती।

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