चंडीगढ़ : पंजाब के स्कूलों की प्रशासनिक प्रणाली में लोकतंत्र को और बढ़ावा देने के उद्देश्य से पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने आज राज्य भर के सभी 19,110 सरकारी स्कूलों में मेगा स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) की बैठक आयोजित की, जिसमें विद्यार्थियों के माता-पिता और प्रतिनिधियों को स्कूलों के प्रबंधन से संबंधित फैसले लेने में सीधे भूमिका निभाने का मौका मिला। इस संबंध में जानकारी साझा करते हुए आज यहां पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि इस बार मेगा एसएमसी बैठक स्कूल परिसरों में स्वच्छता पर केंद्रित थी। इस दौरान एसएमसी सदस्य और माता-पिता ने स्वच्छता का मूल्यांकन करने, सुधार की आवश्यकता वाले क्षेत्रों की पहचान करने और स्थानीय समाधान साझा करने के लिए अपने-अपने स्कूलों का दौरा किया। इसके अलावा उन्होंने स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए एक स्वस्थ और अधिक अनुकूल सीखने का माहौल सृजित करने के उद्देश्य से सौंदर्यीकरण के प्रयासों और दीर्घकालिक रखरखाव से संबंधित योजनाओं पर भी चर्चा की।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज की चर्चा का केंद्र “स्कूल का बदलाव, एसएमसी के साथ” था। शिक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि स्कूल शिक्षा प्रणाली में और सुधार सामूहिक प्रयासों से ही संभव हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता और एसएमसी सदस्यों ने स्कूल के बुनियादी ढांचे, विद्यार्थियों की भलाई और शैक्षणिक प्रगति को और बेहतर बनाने से संबंधित चर्चाओं में सक्रिय रूप से भाग लिया और विचार-विमर्श किया।स. हरजोत सिंह बैंस ने इस बैठक को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए स्कूल प्रमुखों और स्टाफ की प्रशंसा की। साथ ही, उन्होंने मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की पंजाब की शिक्षा प्रणाली को देश की सर्वोत्तम शिक्षा प्रणाली बनाने की प्रतिबद्धता को दोहराया।
उन्होंने कहा कि आज की मेगा एसएमसी बैठक स्कूल प्रशासन में और बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे शैक्षिक माहौल के विभिन्न पहलुओं में और सुधार होगा। इस पहल का उद्देश्य माता-पिता, समुदाय के प्रतिनिधियों और स्कूल स्टाफ के बीच सहयोग को बढ़ाना है, जो पंजाब में एक अधिक प्रभावशाली और समग्र विकास वाली शिक्षा प्रणाली के मुख्य लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि सामूहिक जिम्मेदारी और सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करके, यह बैठक सकारात्मक बदलाव लाएगी जिससे विद्यार्थियों को काफी लाभ होगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा सामुदायिक भागीदारी और सहभागिता वाले स्कूल प्रशासन को मजबूत करने संबंधी अपने प्रयासों को भविष्य में भी जारी रखा जाएगा, जो यह सुनिश्चित करेगा कि पंजाब के हर बच्चे को अनुकूल और सहयोगी वातावरण में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिल सके ताकि ऐसा माहौल सृजित किया जा सके जहाँ विद्यार्थी शैक्षणिक और सामाजिक रूप से और अधिक संपन्न हो सकें।
इस दौरान, पंजाब भर के पंचायत सदस्यों, जिला अधिकारियों और विभाग के प्रतिनिधियों ने बैठकों में शामिल होने और जमीनी स्तर पर भागीदारी का मूल्यांकन करने के लिए स्कूलों का दौरा किया। बैठक के बाद, स्कूल ऑफ एमिनेंस, बनूड़ के एक एसएमसी सदस्य ने कहा, “आज की चर्चा में शामिल होने के बाद मुझे एहसास हुआ कि माता-पिता के रूप में, हमारे पास अपने बच्चों के स्कूलों में सकारात्मक बदलाव लाने की क्षमता है। ऐसी पहलकदमियां शुरू करना उत्साहजनक है जो सीधे तौर पर हमारी सहभागिता को सुनिश्चित करती हैं।